उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय टीमों की तरह भारतीय टीमों को भी सीमित मैचे खेलनी चाहिए
भारतीय इस्पोर्ट्स कास्टर हर्षदीप “SardarJi” सिंह ने हाल ही के एक लाइवस्ट्रीम में भारतीय और अंतराष्ट्रीय टीमों के प्रदर्शन पर चर्चा की। इस चर्चा के दौरान उन्होंने प्लेयर्स को अपने लाइफस्टाइल बदलने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्लेयर्स को पारम्परिक एथलीटो की तरह स्वस्थ आदतों को अपनाने की सलाह दी। उनका मानना है कि इस्पोर्ट्स एथलीटो को स्वस्थ खाने, जिम जाने और अपने ट्रेनिंग स्केड्यूल को प्राथमिकता देनी चाहिए और इन अच्छी आदतों को अपनाकर पारम्परिक एथलीटो की तरह जीवन जीना शुरू करना चाहिए।
स्नैक्स का उदाहरण
स्वस्थ आदतो के ऊपर चर्चा करते हुए उन्होंने BGMI के समर्थक प्लेयर राज “स्नैक्स” वर्मा का उदाहरण दिया, जो अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए समर्पित है। वह एक स्वस्थ रूटीन फॉलो करते है और साथ ही वह अपने गेमप्ले में भी सुधार कर रहे है।

भारतीय और अंतराष्ट्रीय टीमों के प्रदर्शन पर चर्चा
SardarJi ने विश्वास व्यक्त किया कि भारतीय इस्पोर्ट्स मैचो में अंतराष्ट्रीय टीमों की तुलना में बहुत अधिक अव्यवस्थित है, क्योंकि भारतीय टीमे अधिक से अधिक मैचे खेलने की कोशिश करती है। उनका कहना है कि अंतराष्ट्रीय टीमे सीमित मैच खेलती है, ज्यादातर बड़े और मुख्य इवेंट। इसके अलावा, वे बड़े प्राइज पूल के साथ थर्ड- पार्टी इवेंट खेलते है और अपने स्किल्स में सुधार के लिए टीमे आक्रमक रूप से खेलते है। वही भारतीय टीमो को हर मैच खेलने के बजाय प्रमुख कम्पिटटिव मैचो के प्रति अपना ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
सरदारजी के बयान
SardarJi ने कहा, “एक एथलीट का जीवन बहुत समर्पित होता है। जब आप वह जीवन जीते है और वह अनुशासन लाते है, तब आगे बढ़ेंगे। अन्य देशो के एथलीट इस जीवन शैली का पालन करते है, लेकिन भारतीय नहीं करते।”
उन्होंने यह भी कहा कि “अच्छे बूटकैम्पस में इन चीजो के लिए कोच है और आपको ये सब वहाँ करने होते है। इसलिए आपको एक एथलीट की तरह रहना होगा, तभी आप सफल होंगे और तभी आपको वह अनुशासन मिलेगा।”
निष्कर्ष
इस्पोर्ट्स एथलीटो के लिए मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य उतनी ही जरुरी है, जितना कि परम्परिक एथलीटो के लिए क्योंकि इससे इस्पोर्ट्स प्लेयर्स के प्रदर्शन बेहतर होंगे।